'अनुशासन ' शब्द 'शासन ' के पूर्व 'अनु ' उपसर्ग जोड़ने से बनता है जिसका अर्थ है 'शासन के पीछे ' अर्थात् शासन के पीछे -पीछे चलना | त्रेष्ठ जनो के व्यवहार के आधार पर चलना या शासन के अन्तर्गत रहना ही अनुशासन कहलाता हैं| इस प्रकार अनुशान कायिक और वैचारिक नियमों का पालन है|
अनुशासन हमारे जीवन की केन्द्रस्थ धुरी है, हमारी सभ्यता की प्रथम सीढ़ी हैं| अनुशासन में रहकर ही हमारा क्र्मिक विकास होना सम्भव है| अनुशासन में रहकर ही हमारा पारिवारिक और सामाजिक जीवन पनप सकता है| आपसी प्रेम और सम्मान ही हमारे सामाजिक और पारिवारिक जीवन के प्राण है और अनुशासन इसका प्रश्रय देता है| स्नेह, करुणा और प्रेम का मूल्य हीरे, मोती और जवाहरात से ज्यादा है, यह हमे अनुशासन ही सिखाता है|
युद्ध के मैदान में विजयी होने का रहस्य - सेनापति के एक इशारे पर बिना कुछ मीन -मेख किये जूझ पड़ना | खेल के मैदान में भी वे ही प्रशंसा के पात्र होते है जो कैप्टन के आदेशों का पालन तत्परतापूर्वक करते है| शिक्षा - प्राप्ति की भी कुन्जी अनुशासन है| जो छात्र अपने गुरु की आज्ञा का उल्लंघन करता है, उनके द्वारा बताये मार्ग का अनुगमन नहीं करता, वह शिक्षित नहीं हो सकता, वह अपने जीवन में पद,प्रतिष्ठा और धन सभी से वंचित रहता है|
अनुशासन हमारे जीवन की केन्द्रस्थ धुरी है, हमारी सभ्यता की प्रथम सीढ़ी हैं| अनुशासन में रहकर ही हमारा क्र्मिक विकास होना सम्भव है| अनुशासन में रहकर ही हमारा पारिवारिक और सामाजिक जीवन पनप सकता है| आपसी प्रेम और सम्मान ही हमारे सामाजिक और पारिवारिक जीवन के प्राण है और अनुशासन इसका प्रश्रय देता है| स्नेह, करुणा और प्रेम का मूल्य हीरे, मोती और जवाहरात से ज्यादा है, यह हमे अनुशासन ही सिखाता है|
युद्ध के मैदान में विजयी होने का रहस्य - सेनापति के एक इशारे पर बिना कुछ मीन -मेख किये जूझ पड़ना | खेल के मैदान में भी वे ही प्रशंसा के पात्र होते है जो कैप्टन के आदेशों का पालन तत्परतापूर्वक करते है| शिक्षा - प्राप्ति की भी कुन्जी अनुशासन है| जो छात्र अपने गुरु की आज्ञा का उल्लंघन करता है, उनके द्वारा बताये मार्ग का अनुगमन नहीं करता, वह शिक्षित नहीं हो सकता, वह अपने जीवन में पद,प्रतिष्ठा और धन सभी से वंचित रहता है|
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